बाज के लिए लहरों ने गीत क्यों गाया था?

बाज को शत्रुओं से एक योद्धा की तरह लड़ते देख लहरों ने उसकी दिलेरी को बयां करते हुए गीत गाया था। घायल होने के बाद भी उसके उत्साह में जरा भी कमी नहीं आई थी। आकाश को छूने की उसकी आकांक्षा उसे अंतिम क्षणों तक उड़ने के लिए कह रही थी। इसी वजह से वह अपनी जान हथेली पर रखकर घायल होते हुए भी आसमान में उड़ान भरने को निकल पड़ा। बाज के साहस, वीरता और बहादुरी से प्रभावित होकर एवं जीवन के अंतिम क्षणों में भी बाज के उत्साह को देखकर लहरों ने बाज के लिए गीत गाया था|


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